“Satanic Church” का हिंदी में अर्थ “सतानी चर्च” होता है। यह एक धार्मिक संगठन है जो सैटेन (शैतान) की पूजा या उसकी विचारधारा का पालन करता है। इस चर्च की स्थापना 1966 में एंटोन लावे द्वारा की गई थी और इसका उद्देश्य शैतान को एक प्रतीक के रूप में देखना है, जो व्यक्तिगत स्वतंत्रता, स्वाभिमान और मानवता के अधिकारों का प्रतीक है।
सतानी चर्च का मानना है कि किसी भी व्यक्ति को अपने जीवन के निर्णय स्वयं लेने का अधिकार होना चाहिए, और वे पारंपरिक धार्मिक मान्यताओं की आलोचना करते हैं। इस चर्च में विभिन्न रिवाज और अनुष्ठान होते हैं, जो शैतान को एक सकारात्मक शक्ति के रूप में मानते हैं।
हालांकि, यह महत्वपूर्ण है कि सतानी चर्च की गतिविधियाँ और विश्वास प्रणाली अक्सर विवादास्पद होते हैं और कई लोग इसे गलत समझते हैं।